
Singhaniyaa हाउस में आज हर कोने में रौनक फैली हुई थी।
आज ब्राह्मी सिंघानिया, Singhaniyaa फैमिली की इकलौती बेटी, अपने बचपन के प्यार लविश डोबरियाल से शादी करने जा रही थी।
आईने में दिखती उसकी परछाई एक परफेक्ट पेंटिंग जैसी लग रही थी — जैसे खुद खुदा ने उसे बहुत फुर्सत से बनाया हो।
उसने गोल्डन एंड ब्राउन कलर का डिज़ाइनर शादी का लहंगा पहना हुआ था, जो उसकी स्लिम फिट मेन्टेन की गयी बॉडी पर खूब फब रहा था।
लहंगे का बेस फैब्रिक सिल्की गोल्डन टिशू था, जिस पर ब्राउन और डीप मरून थ्रेडवर्क से हेवी एम्ब्रॉयडरी की गई थी। उसकी स्कर्ट का हर घेरा बारीक ज़री और सीक्विन्स वर्क से सजा था, जो चलते वक्त हल्की रोशनी में चमक रहा था।
ब्राउन वेलवेट बॉर्डर के साथ उसका फ्लेयर्ड लहंगा नीचे की तरफ और भी रिच और रॉयल लग रहा था। गोल्डन रंग की शाइनी रफल्स जो हर लेयर में नीचे की तरफ फ्लो कर रही थीं, उन्होंने उसकी चाल में एक तरह की ग्रेस भर दी थी — जैसे हर स्टेप के साथ लहंगा भी डांस कर रहा हो।
चोली हल्के ब्राउन शेड की थी, जिसकी फिटिंग उसकी स्लिम फिगर को खूबसूरती से उभार रही थी। डीप बैक और स्लीव्स पर की गई हैंडमेड कटवर्क डिज़ाइन ने उसमें एक मॉडर्न टच जोड़ दिया था। वहीं उसका डुपट्टा गोल्डन नेट का था, जिसमें ब्राउन कलर के थ्रेड और बीड्स से चारों तरफ बारीक कढ़ाई की गई थी। डुपट्टा उसने साइड से पिन किया हुआ था, जिससे उसके पूरे लुक में एक एलिगेंट फ्लो बना हुआ था।
ये आउटफिट न सिर्फ उसकी बॉडी पर परफेक्टली सिट कर रहा था, बल्कि उसकी पर्सनैलिटी के साथ भी पूरी तरह मेल खा रहा था — ट्रडिशनल होते हुए भी काफी क्लासी और ग्लैमरस। इक्कीस साल की ब्राह्मी आज किसी परी से कम नहीं लग रही थी।
वैसे तो इंडिया में अठारह साल की उम्र में शादी लीगल मानी जाती है। लेकिन ब्राह्मी ने अपने अठारवे बर्थडे पर ही decide किया था कि वो 21 साल से पहले शादी नहीं करेगी | और अब जब वो इक्कीस कम्पलीट कर चुकी थी तो उसने डिसाइड कर लिया था — कि वो अब और इंतज़ार नहीं करेगी, वो अब लविश की दुल्हन बनेगी।
पिछली रात उसकी फ्रेंड्स ने उसकी शादी की ख़ुशी में बैचलरेट पार्टी उसके लिए ऑर्गनाइज़ की थी | जिसमे उसने काफी एन्जॉय किया था | ना चाहते हुए भी उसने कल उस पार्टी में ड्रिंक कर ली थी | लेकिन फिर भी वो सुबह-सुबह जल्दी उठ गई थी, रेडी होने के लिए।
बाहर सूरज धीरे-धीरे निकल रहा था, और पूरे Singhaniyaa हाउस में एक पॉजिटिव वाइब्स फैल चुकी थी।
"Miss Brahmi, सब कुछ रेडी है। अभी टाइम है, आप चाहें तो थोड़ा आराम कर लें। दो घंटे में आकर मेकअप स्टार्ट कर देंगे," ड्रेसिंग स्टाफ ने मुस्कुराते हुए कहा।
"ठीक है," ब्राह्मी ने हल्के डार्क सर्कल्स को आईने में देखा और धीरे से सिर हिलाया।
सर हल्का भारी लग रहा था, शायद हैंगओवर की वजह से। उसने टेबल से पानी उठाया और दो घूंट पी लिए।
जैसे ही स्टाफ बाहर निकला, एक मेड अंदर आई। उसके हाथ में ड्रैगन फ्रूट स्मूथी थी जो कि ब्राह्मी की फेवरिट थी । उसने ट्रे को ब्राह्मी के सामने रख दिया।
ब्राह्मी ने ग्लास उठाया और दो घूट स्मूथी के पीये । शराब की कड़वाहट अभी भी जीभ पर थी, इसलिए स्मूथी कुछ अजीब सा लग रहा था।
थोड़ी स्मूथी पीने के बाद उसने बाकी नहीं पिया। बस सोफे पर जाकर आंखें बंद कर लीं।
कुछ मिनटों बाद, कमरे का दरवाज़ा धीरे से खुला। कोई अंदर आया।
ब्राह्मी पूरी तरह नहीं सोई थी। उसने आंखें हल्की खोलकर देखा — अंदर आने वाली कोई और नहीं, बल्कि उसकी सौतेली बहन, हर्षिता सिंघानिया थी।
हर्षिता की मां ने ही ब्राह्मी के मॉम - डैड की शादी तोड़ी थी। ब्राह्मी कभी भी हर्षिता या उसकी मां के करीब नहीं रही। फिर आज... उसकी शादी के दिन... हर्षिता उसके कमरे में क्या कर रही थी?
हर्षिता ने तेज़ी से टेबल पर रखे खाली ग्लास की तरफ देखा। उसके होंठों पर एक क्रूर सी स्माइल थी। फिर उसने ब्राह्मी की तरफ झुक कर कहा:
"ब्राह्मी, तुम सच में सोचती हो कि तुम लविश से शादी कर पाओगी? मैं हूं असली सिंघानिया फैमिली की बेटी। और जो स्मूथी तुमने पी है ना... उसमें क्या था, ये तुम कभी जान नहीं पाओगी। पर हां, अपनी सुहागरात तुम आज ही एन्जॉय कर लेना।”
इतना कहकर उसने फोन निकाला और किसी को कॉल किया। "वो दो बॉडीगार्ड्स जो मैंने खास ब्राह्मी के लिए अरेंज किए थे, रेडी हैं? उन्हें अभी भेजो।"
ब्राह्मी की आंखें अचानक पूरी तरह खुल गईं। जो सुना, उस पर यकीन करना मुश्किल था।
वो उसे ड्रग करके किसी से उसका रेप करवाना चाहती थी? ये औरत इतनी गिर सकती है?
ब्राह्मी एक झटके में खड़ी हो गई। आवाज़ सुनकर हर्षिता ने चौंक कर पीछे देखा। सामने ब्राह्मी को खड़ा पाया तो उसके चेहरे से खून उतर गया।
"त…तू सोई नहीं थी?"
ब्राह्मी की आंखों में बर्फ जैसी ठंडक और एक चुभती हुई हंसी थी। "हर्षिता, ये मुखौटा पहन-पहन के थक तो नहीं गई थी? आज सुकून मिला होगा न, जब असली चेहरा सामने आया?"
"मुझे नहीं पता तुम क्या बोल रही हो…" हर्षिता की आवाज़ लड़खड़ाई। वो अपनी जगह पर जम गई थी। उसकी उंगलियां मुट्ठियों में बदल गईं, और चेहरा सफेद पड़ गया।
ब्राह्मी ने झटके से उसका हाथ पकड़ा और रास्ता ब्लॉक कर लिया।
वो हर्षिता से लंबी थी, और उसकी आंखों में अब डर नहीं, आग थी।

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